आज विश्व में कहीं भी संवाद भेजने और पाने का एक बड़ा साधन इंटरनेट है। पक्षी और बादल की चिट्ठियों की तुलना इंटरनेट से करते हुए दस पंक्तियाँ लिखिए।

इंटरनेट, आज लोगों की बुनियादी जरूरतों में से एक बन चुका है। इंटरनेट के बिना जिंदगी के बारे में आज का मनुष्य सोच भी नहीं सकता है। इसका प्रचार प्रसार करने में मोबाइल ने सबसे ज्यादा मदद की है। कम पैसों में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचने का यह सबसे अच्छा माध्यम है। इससे हम दूसरों की राय को आसानी से जान सकते हैं। अपना संदेश दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाने में एक सेकंड से भी कम समय लगता है। इसके विपरीत पक्षी और बादल भगवान के गुप्त संदेशवाहक होते हैं। ये डाकिये इंसानों की तरह सीमा में नहीं बंधे होते। जहां चाहते हैं वहां चल देते हैं और अपना संदेशा दे देते हैं। उनकी लाई चिट्ठियों को मनुष्य नहीं पढ़ पाता। भगवान का ये संदेश सिर्फ पेड़, पौधे, पर्वत, पानी और पहाड़ पढ़ पाते हैं। पक्षी और बादलों द्वारा लाया गया संदेश किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि पूरे संसार के लिए होता है। इसमें विश्वबंधुत्व की भावना छिपी होती है। ये संदेश हमेशा ही कल्याणकारी होते हैं।

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